tag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post429537051678871164..comments2023-08-16T14:47:59.313+05:30Comments on चर्चा हिन्दी चिट्ठों की !!!: खुनी रेड हंट---कुछ टिप्पणियों की चर्चा----ललित शर्माMishra Pankajhttp://www.blogger.com/profile/02489400087086893339noreply@blogger.comBlogger10125tag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-90308245185486247202010-04-10T23:28:56.811+05:302010-04-10T23:28:56.811+05:30मन में बहुत कुछ है पर ...अभी आहत हूं...हर मृत्यु ए...मन में बहुत कुछ है पर ...अभी आहत हूं...हर मृत्यु एक गहरा ज़ख्म छोड़ जाती है मेरे अन्दरRajeev Nandan Dwivedi kahdojihttps://www.blogger.com/profile/13483194695860448024noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-86066167005126603362010-04-09T20:13:27.982+05:302010-04-09T20:13:27.982+05:30शोक महाशोक
पर ये क्या पुसद्कर जी
ये क्या हुआ ?
चल...शोक महाशोक<br />पर ये क्या पुसद्कर जी <br />ये क्या हुआ ?<br />चलिये छोडिये <br />सुमन जी के लिये ये भी नाइस रहा <br />अब तो क्या कहेंबाल भवन जबलपुर https://www.blogger.com/profile/04796771677227862796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-36440249219079817682010-04-09T16:42:01.866+05:302010-04-09T16:42:01.866+05:30@ अनिल पुसदकर
>> आपस के झगड़े ने ने छत्तीसग...@ अनिल पुसदकर<br /><br />>> आपस के झगड़े ने ने छत्तीसगढ मे ब्लागरों को दो गुटों मे बांत दिया है।<br />>> बहुत दिनो से देख रहा हूं तुम लोगों का घिनौना खेल।एक दूसरे की पी्ठ थपथपाओ बस्।<br />>> मुझे तुमहारे षड़यंत्र से नफ़रत है।<br />>> अपने साथियों को भी बता देना मैने उन्हे पहचान लिया है।<br /><br />मुझे आपकी इन बातों पर, इस भाषा पर अफ़सोस ही है। जानता हूँ कि यह आपकी फितरत नहीं लेकिन इससे अधिक कुछ कह नहीं पाऊँगा<br /><br />ललित शर्मा के साथिओं का नाम भी लिख देते तो बड़ी मेहरबानी होती। टिप्पणी की सार्थकता पूर्ण हो जाती<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-44325140493233191832010-04-08T01:07:30.222+05:302010-04-08T01:07:30.222+05:30ललित बहुत दिनो से सोच रहा था था कि तुमसे कुछ कहूं ...ललित बहुत दिनो से सोच रहा था था कि तुमसे कुछ कहूं आक लेकिन अवसर आ गया है कि इस बारे मे कुछ कहा जाये।अफ़सोस की बात है की तुम्हारे आपस के झगड़े ने ने छत्तीसगढ मे ब्लागरों को दो गुटों मे बांत दिया है।तुम लाख दुहाई दो की तुम इससे अलग हो मगर तुम्हारी चर्चा का पैमाना बता देता है की तुम लोगों का हिडन एजेंडा क्या है?आईंदा मेरी पोस्त का लिंक देने की मेहरबानी मत करना बहुत दिनो से देख रहा हूं तुम लोगों का घिनौना खेल।एक दूसरे की पी्ठ थपथपाओ बस्।मेरी पोस्टो की उपेक्षा का सुनियोजित षड़यंत्र समझ रहा हूं मैं।तुम्हे किसी से नाराजगी है तो उससे मधुर संबंध रखने वालों को किनारे करने का तरीका बहुत पुराना अपनाया है तुमने।बेहद अफ़सोस की बात है जो पोस्ट ब्लागवाणी मे टापे चल रही हो उसे ठिकाअने लगाने की गरज़ से आपने चर्चा टिपण्णी पर केन्द्रित कर दी और उस मे भी किसको आगे लाने है और किसे पीछे करना है तय कर लिया था आपने।ऐसी ही घटिया हरकतें ब्लाग जगत को कम्ज़ोर कर रही हैं।दम है तो इस टिपण्णी को पब्लिश्ज करके दिखाना और एक कृपा औएर करना मेरे ब्लाग का लिंक कभी मत देना मुझे तुमहारे षड़यंत्र से नफ़रत है।अपने साथियों को भी बता देना मैने उन्हे पहचान लिया है।अलविदा ललित्।Anil Pusadkarhttps://www.blogger.com/profile/02001201296763365195noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-22564263047948923972010-04-07T22:17:37.001+05:302010-04-07T22:17:37.001+05:30नि:शब्द.नि:शब्द.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-65237635055661522382010-04-07T21:28:54.284+05:302010-04-07T21:28:54.284+05:30बहुत दुखद, शहीदों को श्रद्धांजली.
रामराम.बहुत दुखद, शहीदों को श्रद्धांजली.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-28619839534860877932010-04-07T16:54:30.738+05:302010-04-07T16:54:30.738+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-74336363229162623892010-04-07T13:58:08.330+05:302010-04-07T13:58:08.330+05:30अब कहने क्या बचा है ।अब कहने क्या बचा है ।IMAGE PHOTOGRAPHYhttps://www.blogger.com/profile/07648170539684419518noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-51402962695786415832010-04-07T13:49:00.273+05:302010-04-07T13:49:00.273+05:30क्या कहूं .. नि:शब्द हूं !!क्या कहूं .. नि:शब्द हूं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2674477730837174331.post-74234717018540011542010-04-07T12:52:18.861+05:302010-04-07T12:52:18.861+05:30खून-खराबा बहुत गलत चीज होती है. मैं तो इसे टी.वी प...खून-खराबा बहुत गलत चीज होती है. मैं तो इसे टी.वी पर देखकर भी डर जाती हूँ. <br /> <br />_________________________<br />'पाखी की दुनिया' में जरुर देखें-'पाखी की हैवलॉक द्वीप यात्रा' और हाँ आपके कमेंट के बिना तो मेरी यात्रा अधूरी ही कही जाएगी !!Akshitaa (Pakhi)https://www.blogger.com/profile/06040970399010747427noreply@blogger.com